MCB Kitne Prakar ki Hoti Hai
MCB Kitne Prakar ki Hoti Hai – इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं MCB के बारे में की MCB के टाइप कौन-कौन से होते हैं, यानी कि Types of MCB और MCB के प्रकार। जब भी हमें MCB लगाने की जरूरत पड़ती है, हम सीधा कोई भी MCB खरीद कर ले आते हैं। और MCB को लेकर हम जहां पर हमें लगाना है वहां पर लगा देते हैं। लेकिन उसके बाद भी हमारी जो दिक्कत है वह खत्म नहीं होती क्योंकि ऐसे कोई भी MCB लेकर लगाने से MCB या तो कभी ट्रिप होगी ही नहीं या कभी लगातार ट्रिप होती रहेगी। ऐसा क्यों होता है यह सब भी हम आज इस पोस्ट में जाने वाले हैं।
हमें कौन सी MCB लेनी चाहिए इसको समझने के लिए हमें पहले MCB के बारे में समझना होगा। MCB में दो तरह की प्रोटेक्शन होती है।
- Overload Protection
- Short Circuit Protection
इसको चेक करने के लिए आप MCB के ऊपर देख सकते हैं, जैसे ऊपर चित्र में MCB पे आपको जैसे दो सिंबल दिखाई दे रहे है। ये जो सिंबल आपको दिखाई दे रही है यह आपको Short Circuit Protection और Overload Protection के बारे में जानकारी दे रहे हैं कि इस MCB में Short Circuit Protection और Overload Protection दोनों प्रोटेक्शन हैं। अगर आपको यह नहीं पता कि Short Circuit Protection और Overload Protection क्या होती है, तो हम आपको बता देते हैं।
Overload Protection
जैसे मान लीजिए हमने 10A की MCB लगाई है, और जो हमने उसके ऊपर लोड कनेक्ट किया है, वह किसी भी कारण से 10A से ज्यादा का करंट ले रहा है जैसे कि 10A या 12A तो ऐसी हालत को हम ओवरलोड कहते हैं। अगर ऐसी हालत आती है तो MCB, Overload Protection के कारण ट्रिप हो जाएगी।
Short Circuit Protection
दूसरे केस की बात की जाए तो जैसे हमारे पास 10A की MCB लगाई है, तो ऐसे में जो लोड MCB पे लगा है, वह 30A या 40A तक या उससे ज्यादा करंट कंज्यूम कर रहा है तो ऐसे में MCB के अंदर से भी उतना ही करंट बहने लगेगा और ऐसी हालत को Short Circuit माना जायेगा। तो ऐसे में MCB तुरंत ही ट्रिप हो जाएगी। और इसके फेज और न्यूट्रल दोनों आपस में शार्ट हो जाते हैं तो भी ऐसी हालत में वोल्टेज तो जीरो हो जाती है लेकिन करंट बहुत ही ज्यादा हो जाता है। तो ऐसे में भी MCB तुरंत ही ट्रिप हो जाएगी।
अब आपको एक बात और समझनी चाहिए कि शॉर्ट सर्किट करंट में MCB एकदम से ट्रिप क्यों होती है और ओवरलोड की कंडीशन में MCB ट्रिप होने में थोड़ा सा टाइम क्यों लगाती है। तो इसके लिए आपको यह समझना होगा कि एमसीबी ट्रिप कैसे होती है। तो MCB में एक बाय मैटेलिक स्ट्रिप लगी होती है, जैसे-जैसे MCB में ज्यादा करंट बहेगा यह स्ट्रिप गर्म होती जायेगी। ऐसे होने से ये कुछ देर में पूरी तरह मुड़ जाएगी और MCB इसके मुड़ते ही ट्रिप हो जाएंगी।
तो ऐसे में जब शॉर्ट सर्किट होता है तो इसमें बहुत ही ज्यादा करंट बहने लगता है जिसके कारण स्ट्रिप तुरंत ही गर्म होकर मुड़ हो जाती है और MCB ट्रिप हो जाती है। लेकिन बात की जाए ओवरलोड की तो ऐसे में MCB में बहुत ज्यादा करंट फ्लो नह करता। तो ऐसे में यह स्ट्रिप धीरे धीरे गर्म होती है और एक थोड़ी सी देर के बाद जाकर जब भी पूरा गर्म हो जाती है तब MCB ट्रिप होती है।
पहले जो ओवरलोड का केस था उसमें हमारी MCB पे जब ओवरलोड होता है, तो MCB को ट्रिप होने में थोड़ा सा टाइम लगता है, जैसे 1 मिनट या 2 मिनट के बाद MCB ट्रिप होती है। लेकिन अगर MCB में शार्ट सर्किट करंट बहता है तो MCB तुरंत कुछ मिली सेकंड में ही ट्रिप हो जाती है। अब यह जो एकदम से ट्रिप होने का समय है कि MCB शॉर्ट सर्किट होने पर कितनी देर में ट्रिप होगी यह अलग-अलग होता है। और इसी के ऊपर MCB अलग अलग श्रेणियों में बांटा गया है।
तो अब हम आगे समझने वाले हैं कि MCB की कौन-कौन सी कैटेगरी होती है, यानी MCB की होती है और किस टाइप की एमसीबी का इस्तेमाल किया जाता है
MCB Kitne Prakar ki Hoti Hai
MCB के प्रकार की बात की जाए तो MCB पांच प्रकार की होती हैं। जो हमने नीचे बताया है।
- B Type MCB
- C Type MCB
- D Type MCB
- K Type MCB
- Z Type MCB
अब MCB का इस्तेमाल इनके टाइप के हिसाब से अलग-अलग जगह पे किया जाता है। जैसे डोमेस्टिक और इंडस्ट्रीज या फिर लोड के हिसाब से भी MCB को अलग-अलग लगाया जाता है। तो अब आपको बताते हैं हम कि किस टाइप की MCB का इस्तेमाल कहां पर किया जाता है। और कौन सी टाइप की है MCB में क्या क्या अंतर होते हैं।
B Type MCB
B टाइप की जो MCB होती है उसका जो फुल लोड करंट जो होता है उसके 3 से 5 गुना तक का करंट B Type MCB में फ्लो करता है तो वो उसका शार्ट सर्किट करंट कहलायेगा। जैसे कि हमारे पास एक 10A की MCB है तो उसमें 30 से लेकर 50 एंपियर तक का करंट अगर बहेगा तो उसको ये B Type MCB शॉर्ट सर्किट की कंडीशन समझेगा। ऐसे में यह MCB 0.04 से लेकर 13 सेकेंड के अंदर अंदर ट्रिप हो जाएगा।
B Type MCB Use in Hindi
B Type MCB के उपयोग की बात की जाए तो, B Type MCB का इस्तेमाल वहां पर किया जाता है जहां पर सर्ज/स्टार्टिंग करंट नहीं होता। सर्ज करंट को आप कुछ इस तरह से समझ सकते हैं कि जब हम किसी भी उपकरण को चालू करते हैं तो वह एकदम से अपने फुल लोड करंट से भी बहुत ज्यादा करंट लेता है। जैसा हम मोटर के केस में देखते हैं। इसको हम कुछ इस तरह से समझ सकते हैं जैसे लाइट्स और हीटर आदि जैसे उपकरण लगे है वहां पर हम B Type MCB का इस्तेमाल कर सकते हैं। यानी कि भी टाइप एमसीबी का ज्यादातर इस्तेमाल हमारे घरेलू एरिया में होता है।
C Type MCB
इस C टाइप एमसीबी (MCB) में C यह प्रदर्शित करता है कि जब भी इस एमसीबी (MCB) के अंदर इसकी रेटिंग से 5 से 10 गुना करंट फ्लो करेगा तो यह एमसीबी (MCB) 0.04 से 5 सेकेंड के अंदर ट्रिप हो जायेगी। उदाहरण के लिए जैसे C10 एमसीबी (MCB) के अंदर से इसकी रेटिंग 10 एम्पियर से पांच गुना यानी कि 50 एम्पियर तक करंट फ़्लो करेगा तो यह MCB 0.04 – 5 सेकंड में ट्रिप हो जायेगी।
C Type MCB Use in Hindi
C Type MCB का उपयोग ऐसी जगह पर किया जाता है, जहां पर सर्ज करंट पैदा तो होता है, लेकिन बहुत ही कम होता है। अब लौ सर्ज करंट वहां पैदा होता है, जहां पर छोटी मोटरों का इस्तेमाल करते हैं। जैसे कि हमारे घर पर लगी पानी भरने वाली मोटर, वाशिंग मशीन में लगी मोटर या फिर फ्रिज औए छोटे AC में जो मोटर लगी होती हैं, उनका सर्ज करंट या स्टार्टिंग करंट बहुत कम होता है। तो ऐसी जगहों पर हम C Type MCB का इस्तेमाल करते हैं।
C Type MCB का अधिकतर उपयोग inductive load के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए जैसे किसी इंडस्ट्री में इंडक्शन मोटर का इस्तेमाल किया जाता है, अतः इस इंडक्शन लोड यानि मोटर की सुरक्षा के लिए हम c-type का एमसीबी इस्तेमाल करते हैं। हम ऐसा भी कह सकते हैं कि सभी प्रकार के मोटरों में हम इसी C Type MCB का इस्तेमाल करते हैं। कभी-कभी हम B टाइप एमसीबी (MCB) की जगह C Type एमसीबी (MCB) का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
D Type MCB
अब बात की जाए D Type MCB तो इसका फुल लोड करंट इसकी रेटिंग का 10 से लेकर 20 गुना तक होता है। शार्ट सर्किट की हालत में D Type MCB 0.04 से लेके 3 सेकंड के बीच में ही ट्रिप हो जाएगी। ऐसे में देखा जाए तो D Type MCB का जो शॉर्ट सर्किट करंट होता है वह उसका 10 से लेकर 20 गुना तक होता है।
D Type MCB Use in Hindi
अब D Type MCB के इस्तेमाल की बात की जाए तो D Type MCB का इस्तेमाल वहां पर किया जाता है, जहां पर सर्ज या स्टार्टिंग करंट ज्यादा होता है। जैसे की हमारे जो बड़े साइज की मोटरें होती है जैसे कि जो इंडक्शन मोटर होती है उसका सर्ज या स्टार्टिंग करंट उसकी रेटिंग का 6 से 7 गुना तक होता है। यानी कि अगर किसी मोटर का फुल लोड करंट 10A है तो, जब उसको हम चालू करते हैं तो स्टार्टिंग में 60 से लेकर 70A तक का करंट ये मोटर लेती है।
ऐसे में अगर हमारी MCB से इतना ज्यादा करंट फ्लो करेगा तो कोई और MCB होगी तो उसको शार्ट सर्किट मान की बहुत ही जल्दी ट्रिप हो जाएगी। इसीलिए हम जो बड़ी मोटर होती हैं उनमें D Type MCB का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि यह D Type MCB ज्यादा स्टार्टिंग करंट के हिसाब से ही बनाई जाती है। D टाइप की एमसीबी (MCB) का उपयोग मुख्य रूप से वेल्डिंग मशीन और एक्स-रे मशीन जैसे उपकरणों में भी करते हैं।
K Type MCB
इस K Type MCB से जब 8-12 गुना करंट फ्लो करेगा तो K Type MCB सिर्फ 1 मिली सेकंड में ही ट्रिप हो जायेगी। मतलब की यह K Type MCB टाइमिंग के मामले में बहुत ज्यादा सेंसिटिव होती है।
K Type MCB Use in Hindi
K Type MCB के उपयोग की बात की जाए तो K Type MCB का उपयोग हम बैटरी चार्जर जैसी जगह पे करते हैं। K Type MCB का उपयोग हम हेवी लोड वाले सेमीकन्डक्टर (Semiconductor) डिवाइस जैसे की ट्रांजिस्टर, चार्जर कंट्रोलर आदि में किया जाता है, जिनको थोड़ी ज्यादा सेफ्टी की जरूरत होती है वहां पर हम K Type MCB का इस्तेमाल करते हैं।
Z Type MCB
Z Type MCB में जब इसकी रेटिंग से 2 – 3 गुना करेंट फ्लो करता है तो यह एमसीबी (MCB) 1 मिली सेकंड के अंदर ही ट्रिप हो जाती है। Z Type MCB K type MCB से भी ज्यादा सेंसिटिव होती है।
Z Type MCB Use in Hindi
Z Type MCB को हम बहुत ही ज्यादा सेंसिटिव उपकरणों में ही इस्तेमाल करते हैं जैसे कि जहां पर सेमीकंडक्टर इस्तेमाल किए जाते हैं, जो हमारा इलेक्ट्रिकल सिस्टम होता है उसमें जो कंट्रोल सिस्टम यूज किया जाता है वहां पर हम Z Type MCB का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा SCR, DIODE इसके अलावा पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के अंदर जो भी उपकरण आते हैं जैसे कि UPS सिस्टम या इनवर्टर सिस्टम हो गया ऐसी जगह पर हम Z Type MCB का इस्तेमाल करते हैं।
क्योंकि यह जो उपकरण होते हैं यह लोग करंट रेटिंग के हिसाब से बनाए जाते हैं। इनमें अगर थोड़ा सा भी ज्यादा करंट फ्लो करता है तो इनके खराब होने की संभावना बहुत ही ज्यादा होती है। इसीलिए यहां पर जो Z Type MCB इस्तेमाल की जाती है उसका शॉर्ट सर्किट करंट सिर्फ दो से तीन गुना ही होता है।
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FAQ’s
Q 1. Types of MCB | MCB कितने प्रकार की होती हैं?
Ans. MCB 5 प्रकार की होती हैं।
- B Type MCB
- C Type MCB
- D Type MCB
- K Type MCB
- Z Type MCB
Q2. MCB में कौन कौन से प्रोटेक्शन होती हैं?
Ans. MCB में दो तरह की प्रोटेक्शन होती है।
- Short Circuit Protection
- Overload Protection
Q3. MCB शॉर्ट सर्किट कब समझती है?
Ans. जब MCB में उसके रेटेड करंट से 2 से 20 गुना तक करंट फ्लो करने लग जाए, तब MCB शॉर्ट सर्किट समझती है। रेटेड करंट का 2 से 20 गुना तक करंट ये अलग अलग टाइप की MCB में अलग अलग होता है।
Q4. जहां पे स्टार्टिंग करंट या सर्ज करंट ज्यादा हो वहां पे कौनसी MCB का उपयोग किया जाता है?
Ans. D Type MCB
Q5. अत्यधिक सेंसटिव उपकरणों में किस टाइप की MCB का उपयोग किया जाता है?
Ans. Z Type MCB
16 ampere ki Z type miniature circuit breaker chahiy please mil jaygi ky
16 ampere Z type miniature circuit breaker chahiy
Nice sir Nice post 👍👍👍👍👍👍
dhanywad
nice