Maintenance Meaning in Hindi | Types of Maintenance in Hindi

types of maintenance, corrective maintenance, types of maintenance pdf, types of preventive maintenance, preventive and corrective maintenance, corrective maintenance examples, different types of maintenance, types of maintenance in hindi, maintenance meaning in hindi, preventive maintenance meaning in hindi,

इस पोस्ट में हम Maintenance Meaning in Hindi और Types of Maintenance in Hindi के बारे में पढ़ेंगे। Maintenance क्या है, Maintenance कितने प्रकार की होती है, इनका क्या क्या मतलब होता है? Preventive, predictive, Corrective और break down Maintenance किस तरह से मेंटेनन्स किया जाता है। 

Maintenance Meaning in Hindi

किसी भी उपकरण को सही सलामत चलाने या ऑपरेट करने के लिए या उपकरण से उसके पूरी एफिशिएंसी से काम लेने के लिए पहले से तय सूची के अनुसार किये जाने वाले काम को ही Maintenance कहा जाता है। Maintenance किसी भी उपकरण के लिए बहुत ही जरूरी होती है।

लेकिन सभी उपकरणों की Maintenance एक ही तरह से नही की जाती। ये उपकरण की आवश्यकता और महत्व के हिसाब से अलग अलग होती है। किसी भी उद्योग के लिए वहाँ के सभी उपकरणों की Maintenance करने की जरुरत होती है। Maintenance के कारण किसी भी समय और पैसे की बर्बादी से बचा जा सकता है।

Maintenance का मुख्य उद्देश्य मशीनों और उपकरणों के उपयोग,उत्पादकता में वृद्धि और लागत को कम करना होता है। इसके अलावा इस पोस्ट में हम Maintenance के फायदों के बारे में भी बात करने वाले हैं।

Types of Maintenance in Hindi

Maintenance बहुत तरह की होती है, लेकिन इस पोस्ट में हम मेंटेनेंस के जो मुख्य प्रकार हैं उनके बारे में बताने जा रहे हैं।

ज्यादातर उद्योगों में निम्नलिखित प्रकार की मैंटेनैंस की जाती है:-

  • Preventive Maintenance
  • Predictive Maintenance
  • Corrective Maintenance
  • Breakdown Maintenance

अब इन सभी तरह की Maintenance के बारे में एक एक करके अच्छे से जान लेते हैं।




Preventive Maintenance

Preventive Maintenance – उद्योगों में हर तरह के उपकरण में कोई भी ब्रेकडाउन आने से पहले उसके हर संभव कारण को खत्म करने के लिए जिस Maintenance को किया जाता है। उस Maintenance को ही Preventive Maintenance कहते हैं।

Preventive Maintenance में ये सब ही देखना होता होता है कि, वो कौन कौन से कारण या चीजे हैं, जिनके कारण आगे भविष्य में किसी भी उपकरण में कोई भी खराबी या ब्रेकडाउन आ सकता है। ऐसे कारणों को ढूंढ के उनको सही करना Preventive Maintenance के अंतर्गत आता है।

इसके लिये जब भी Preventive Maintenance की जाती है, तो उसके लिए पहले से एक शेड्यूल बनाना पड़ता है। फिर उस शेड्यूल के हिसाब से ही एक व्यवस्थित कार्यक्रम बना के समयानुसार सभी उपकरणों की Maintenance की जाती है। Preventive Maintenance में अलग अलग तरह के उपकरण में अलग अलग चीजे देखी जाती हैं। और उनके लिए अलग अलग तरह के ही टूल का इस्तेमाल किया जाता है।

साथ ही Preventive Maintenance के लिए उपकरण के महत्व को भी देखा जाता है। फिर उसके हिसाब से ही समयानुसार शेड्यूल बनाया जाता है। फिर उसका अच्छे से पालन करके अपने सभी तरह के उपकरणों की एफ्फिशनसी और लाइफ को ज्यादा कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें:-

Preventive Maintenance के फायदे

इसके करने से उपकरणों की लाइफ ज्यादा होती है।

  • किसी भी उपकरण पे आने वाले खर्चों को कम किया जा सकता है।
  • इससे उपकरणों में ब्रेकडाउन की समस्या कम आती है।
  • इससे उपकरणों में सभी तरह के लॉस कम होते हैं, जिसके कारण उपकरणों की कार्यक्षमता बढ़ती है, और एनर्जी की भी बचत होती है।

Predictive Maintenance

Predictive Maintenance – उपकरणों की हालात देखने के बाद जो भी असामान्यता उपकरण में दिखाई देती है, जिसके कारण भविष्य में मशीन में कोई भी ब्रेकडाउन आने के कारण हो सकते हो उसको दूर करके भविष्य में आने वाले उपकरण के break-down को रोका जा सकता है। या फिर उपकरणों के break-down होने से पहले ही, खराबी या दिक्कत को ठीक करने को ही Predictive Maintenance कहते हैं।

Predictive Maintenance में उपकरण के हालात और उसके सभी पैरामीटर या चेक पॉइंट मैन्युअली चेक किये जाते हैं। अगर कोई उपकरण कार्य कर रहा है या उसको बन्द नही किया जा सकता, तो ऐसे उपकरण की आवाज, कंपन,तापमान और प्रेशर आदि पैरामीटर को समयानुसार देखाना चाहिए। और ये सब देखते रहने के बाद अगर, उपकरण में कोई असामान्यता मिलती है, तो फिर हमें उपकरण को बाद करके सभी चीजों को सामान्य करना होगा।

उदाहरण के लिये Predictive Maintenance के अंतर्गत में Transformer को समयानुसार चेक किया जाता है। इसमें Transformer oil, वाइंडिंग टेम्प्रेचर, oil Level, Breather और किसी भी प्रकार की लीकेज आदि को देखा जाता है। और अगर इन सब में कुछ भी असाधारण मिलता है तो, उसको ठीक किया जाना चाहिए। इस सारे प्रोसेस को ही Predictive Maintenance कहा जाता है।

Predictive Maintenance के फायदे

  • Maintenance से खर्च कम होता है।
  • उपकरण में ब्रेकडाउन के बहुत कम चांस होते हैं।
  • उपकरणों में क्या दिक्कत है ये जल्दी पता लग जाता है।
  • सही से प्लानिंग होने के कारण समस्या जल्दी ठीक होती है।
  • उपकरण में किसी भी बड़े नुकसान से बचा जा सकता है।

Corrective Maintenance

Corrective Maintenance – इसके अंतर्गत जो भी समस्या उपकरणों में आती हैं, उनके कारणों को ढूंढ के समस्या की जड़ को ही खत्म किया जाता है। ताकि वो समस्या दुबारा आये ही ना। इसीलिए इसको Corrective Maintenance कहा जाता है।

Corrective Maintenance में सभी उपकरणों में समयानुसार ये देखा जाता है कि कोई ऐसा कारण तो नही है जिससे बहुत सारी समस्या बार बार पैदा हो जाती हो। फिर उन सभी कारणों को ठीक किया जाता है।

Corrective Maintenance के फायदे

  • इस मेंटेनेंस में समस्या के असली कारण को खोजा जाता हे। इसके कारण कोई भी समस्या के दुबारा आने के चान्स बहुत कम हो जाते हैं।
  • जो असल समस्या है, उसी पे ध्यान दिया जाता है। इसी लिए ज्यादा प्लानिंग और समय की बर्बादी नही होती।

उदाहरण के लिए जैसे किसी उपकरण को चलाने वाले ऑपरेटर को अगर कुछ ऐसा दिखाई देता है कि उपकरण से abnormal आवाज आ रही है, तो पहले ये देखना होगा कि आवाज़ किधर से आ रही है। या किस चीज से आवाज़ आ रही है उसी पे काम करने की जरूरत होती है।

Best Deal For You:-

Breakdown Maintenance

Breakdown Maintenance – अंतर्गत कोई भी उपकरण जब किसी भी कारण काम करना बंद कर देता है, तो उनको ठीक करके फिर से काम करने लायक बनाने के लिए जो काम किया जाता है। उसको ही Breakdown Maintenance कहते हैं। ये कोई भी नही चाहता की उसको Breakdown Maintenance करने की जरूरत पड़े। क्योंकि Breakdown Maintenance तभी करनी पड़ती है जब उपकरण काम करना बंद करदे।

और अगर उपकरण काम करना बंद करेगा तो, सारा काम भी रुक जाएगा, जैसे किसी भी कंपनी का प्रोडक्शन या फिर आपरेशन। और अगर प्रोडक्शन या आपरेशन अगर रुक जाता है, तो ऐसे में बहुत सारा नुकसान हो सकता है। साथ ही उपकरण को चालू करने के लिये भी बहुत जल्दबाजी करनी पड़ती है।

जैसे किसी एयर कम्प्रेस्सर के में बंद होने पे, उसका उपयोग करने वाले सभी उपकरण भी काम करना बंद कर देते हैं। अब इस Breakdown Maintenance से बचने के लिये ही बाकी अन्य Maintenance को किया जाता है।

Download PDF 👇

तो उम्मीद है Types of Maintenance in Hindi की इस पोस्ट से आपको अच्छी जानकारी मिली होगी। इसमें हमने Maintenance क्या है? मेंटेनेंस के प्रकार कौन से होते हैं? जैसे की Preventive Maintenance, Predictive Maintenance, Corrective Maintenance और Breakdown Maintenance इन सभी के बारे में बताने की कोशिश की है। अगर इस विषय से जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो आप कमेंट कर सकते है।

4.3/5 - (25 votes)
Previous articleIf Voltage Increases Then Current | वोल्टेज बढ़ने से करंट बढ़ेगा या कम होगा
Next articleMCB Aur RCCB Mein Antar | MCB and RCCB Difference in Hindi

9 COMMENTS

    • thank you. और अधिक जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट और यूट्यूब चैनल के साथ जुड़ सकते हैं

  1. बहुत ही अच्छी जानकारी है और सीधी भाषा का प्रयोग किया गया है

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here