HomeDGDG Kya Hota Hai | Diesel Generator pdf in Hindi

DG Kya Hota Hai | Diesel Generator pdf in Hindi

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

DG Kya Hota Hai – Electrical Help की इस पोस्ट में हम DG Kya Hota Hai और DG Parts Name के बारे में जानेंगे। साथ ही आपको डीजल जनरेटर (Diesel Generator) में कौनसे पार्ट का क्या काम होता है यानी डीजल जनरेटर (Diesel Generator) के पार्ट्स की working भी बताएंगे।

Table of Contents

DG Kya Hota Hai? (What is DG?)

डीजल जनरेटर (Diesel Generator) जिसको ज्यादातर DG नाम से भी जाना जाता है। इसका उपयोग उन जगहों पे होता है जहा पर बिजली यानी विद्युत शक्ति (Electrical Power) की दिक्कत रहती है, या बिल्कुल ही नहीं मिल पाती है, इसके अलावा डीजल जनरेटर (Diesel Generator) का उपयोग इमरजेंसी में बिजली की जरूरत को पूरा करने के लिए भी किया जाता है। जैसे किसी कंपनी में पावर ग्रिड से मिल रही पावर सप्लाई किसी कारण से कट जाती है तो उस समय कंपनी के उपकरणों को चलाने के लिए हम डीजल जनरेटर (Diesel Generator) को उपयोग में लेते हैं।

कूलिंग टावर की pdf नीचे से डाउनलोड करें।

जैसा कि इसके नाम से ही पता लगता डीजल जनरेटर (Diesel Generator) ऐसा उपकरण है जो डीज़ल के इंजन और जनरेटर/आल्टरनेटर को मिलाकर बनाया है। इसीलिए इसका नाम भी दोनों को जोड़ के डीजल जनरेटर (Diesel Generator) रखा गया है।








DG eBook, DG Kya Hota Hai

इस eBook  में आपको DG के बारे में बहुत कुछ जानने को मिलेगा।

  • DG काम कैसे करता है
  • DG के प्रकार, पार्ट्स, फ़िल्टर के नाम
  • DG सिंक्रोनाइज कैसे किया जाता है
  • DG में पावर फैक्टर
  • DG में कौन से सिस्टम होते हैं
  • DG में कौन सी सैफ्टी उपयोग की जाती हैं
  • DG में कितने सेंसर लगे हुए होते हैं
  • DG में धुंए के प्रकार
  • DG Technical Terms
  • DG ऑपरेटर क्वालिफिकेशन
  • डीजी ऑपरेटर का क्या काम होता है
  • DG को किस तरीके से चलते हैं
  • DG स्टार्ट करते समय क्या नही करना
  • DG स्टार्ट होने के बाद क्या चेक करना चाहिए
  • DG को ऑफ कैसे करेंगे
  • DG की Maintenance क्या होती है
  • DG में इन बातों का ध्यान रखना चाहिए
  • DG चलने के बाद में किन किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए
  • ट्रबलशूटिंग ऑफ DG
  • इंटरव्यू क्वेश्चन्स FOR DG ऑपरेटर

डीजल जनरेटर (Diesel Generator) के अंदर एक डीजल का इंजन लगा होता है जोकि डीजल को जलाके यांत्रिक शक्ति (Mechanical Power) पैदा करता है। अब इस यांत्रिक शक्ति (Mechanical Power) से किसी भी उपकरण को घुमाया जा सकता है। अब इस डीजल इंजन के साथ में जनरेटर को जोड़ दिया जाता है जिसको अल्टरनेटर कहते हैं, और जैसा की आपको पता है अल्टरनेटर के घूमने से विद्युत शक्ति (Electrical Power) पैदा होती है। तो इसी तरह डीजल जनरेटर (Diesel Generator) काम करता है। ये डीजल जनरेटर (Diesel Generator) की साधारण वर्किंग थी।

डीजल जनरेटर (Diesel Generator) का उपयोग आपको लगभग सभी जगह देखने को मिलता है जैसे- सभी तरह के उद्योग, अस्पताल, स्कूल और साथ ही कभी कभी घरो में भी इसका उपयोग किया जाता है। मतलब जहा भी हमको बिजली की आवश्यकता होती है और वहाँ पावर सप्लाई ना मिल पाए तो ऐसे में हम डीजल जनरेटर (Diesel Generator) का उपयोग करते हैं।

डीजल जनरेटर (Diesel Generator) के प्रकार

डीजल जनरेटर (Diesel Generator) को उपयोग के आधार पर 3 भागो में बांटा गया है।

  • पोर्टेबल जनरेटर (Portable Generator )
  • इन्वर्टर जनरेटर (Inverter Generator)
  • स्टैंडबाय जनरेटर (Standby Generator)
  • कूलिंग आधारित जनरेटर (Cooling Based Generator)

Portable Generator

Portable Generator का उपयोग मुख्य रूप से छोटे उपकरणों को चलाने के लिए किया जाता है। यह जनरेटर Electrical पावर देने के लिए गैस, केरोसिन, पेट्रोल और डीजल इन सबका फ्यूल के रूप में इस्तमाल करते है। Portable Generator बिजली की जरूरत को ऊर्जा करने के लिए टेम्परेरी रूप उपयोग में लिया जाता है।

Inverter Generator

Inverter Generator भी बिजली पैदा करने के लिए अल्टरनेटर की सहायता लेता है, जोकि इंजन से चलता है। लेकिन Inverter Generator में अंतर यह होता है की यह Electrical पावर देने के लिए तीन चरण का उपयोग करता है।Inverter Generator में सबसे पहले Electrical Power AC की फॉर्म में पैदा होती है, इसके बाद AC को DC में बदला जाता है और फिर आखरी में इस DC को फिरसे AC सप्लाई में बदलके उपयोग में लिया जाता है।

Standby Generator

Standby Generator का उपयोग ज्यादातर उद्योगों, बड़े ऑफिस या जहाँ बिजली की खपत ज्यादा हो वहां किया जाता है। अधिकतर मामलों पर यह Standby Generator ही होते है। यह Standby Generator इमरजेंसी बिजली सप्लाई बाधित होने पे बिजली की आपूर्ति के लिए उपयोग लिए जाते है। इनकी KVA रेटिंग बाकी जनरेटर से बहुत ज्यादा होती है।

कूलिंग आधारित DG (Cooling Based DG)

Diesel Generator parts के नाम

डीजल जनरेटर के अंदर मुख्य पार्टस निम्नलिखित हैं।

  • डीजल टैंक (Diesel Tank/Day Tank)
  • वाॅटर सेपरेटर (Water Separator)
  • फ्यूल फिल्टर/आयल फिल्टर (fuel filter/oil filter)
  • एकचुएटर (Actuator)
  • इंजन(Engine)
  • लुब्रीकेंट आयल फिल्टर ( Lubricant Oil Filter)
  • प्राइमरी लूब ऑईल पम्प ( Primary Lubricant Oil Pump)
  • कूलैंट टैंक (coolant tank)
  • रेडिएटर और फैन(Radiator and Fan)
  • कन्ट्रोल पेनल( Control Panel)
  • एयर फिल्टर (Air Filter)
  • टर्बो चार्जर (Turbo Charger)
  • साईलेन्सर (Silencer)
  • कपलिंग (Coupling)
  • अलटरनेटर (Alternator)
  • ऑटोमेटीक वोल्टेज रेगुलेटर (AVR)
  • एक्साइटर (Exciter)
  • बैटरी (Battery)
  • क्रेंक मोटर/स्टार्टर मोटर (Cranking Motor/Starter Motor)
  • गवर्नर (Governor)
  • फ्लायविल (Flywheel)
  • सर्किट ब्रेकर (Circuit Breaker)
  • डीजल जनरेटर पार्ट्स और उनकी वर्किंग

डीजल टैंक (Diesel Tank/Day Tank)

डीजल टैंक जिनको Day Tank के नाम से भी जाना जाता है, इसका उपयोग डीजल को स्टोर करने के लिए किया जाता है। ज्यादतर डीजल टैंक 500 से 1000 लीटर के लिए बनाए जाते हैं। इसके अलावा डीजल टैंक की कैपेसिटी इस बात पे भी निर्भर करती है कि इलेक्ट्रिकल पावर का Backup कितना रखना हैं।

वाटर सेपरेटर (Fuel Water Separator)

बहुत बार डीजल जनरेटर के ईंधन में पानी मिल जाता है, जिसके बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे कि खुली जगह पर रखे होने के कारण बारिश का पानी फ्यूल में मिल जाता है, या कभी डीजल में मिलावट के कारण भी ऐसा होता है। तो इस समस्या को दूर करने के लिए Water Separator का उपयोग करते हैं। इसका काम ईंधन में से पानी को अलग करना होता है।

फ्यूल फिल्टर/ऑयल फिल्टर (Fuel Filter/Oil Filter)

बहुत बार डीजल टैंक में कचरा जमा हो जाता है, या डीजल में भी कचरा आ जाता है, उस कचरे को निकालने के लिए फ्यूल फिल्टर/ऑयल फिल्टर का उपयोग होता है। यह उस कचरे को इंजन के अंदर जाने से रोकता है।

एकचुएटर (Actuator)

लोड के अनुसार डीजल जनरेटर के इंजन में कितना डीजल डालना ये हमें एकचुएटर की सहायता से पता चलता है। इसकी वजह से फ्यूल के वेस्ट होने की समस्या को बहुत कम किया जा सकता है।

इंजन (Engine)

इंजन का काम डीजल को जलाके मैकेनिकल पावर बनाके अल्टरनेटर को देना होता है। जिससे अल्टरनेटर इस मेकेनिकल पावर को इलेक्ट्रिकल पावर में बदल के हमे इलेक्ट्रिसिटी प्रोवाइड कर देता है।

लुब्रिकेंट ऑयल फिल्टर (Lubricant oil Filter)

लुब्रीकेंट ऑयल का इस्तेमाल घर्षण को कम करने के लिए किया जाता है। अगर लुब्रीकेंट ऑयल में कोई कचरा आ जाता है तो उसे निकालना का काम लुब्रिकेंट ऑयल का होता है।

प्राइमरी लुब्रिकेंट ऑयल पंप (Primary Lubricant Oil Pump)

प्राइमरी लुब्रिकेंट ऑयल पंप का उपयोग लुब्रिकेंट ऑयल को इंजन के हर हिस्से तक पहुंचाने के लिए किया जाता है।

कुलेन्ट टैंक (Coolant Tank)

जब इंजन चलता है तो उसके अंदर होने वाले घर्षण से लुब्रिकेंट ऑयल के साथ साथ पूरा इंजन ही गरम होने लगता है। तो लुब्रिकेंट ऑयल और इंजन को ठंडा करना बहुत ही जरूरी हो जाता है। लुब्रिकेंट ऑयल और इंजन को ठंडा करने के लिए पानी और या फिर कैमिकल वाला कूलैंट उपयोग में लिया जाता है। और उसी पानी और केमिकल को स्टोर करने के लिए ही कुलेन्ट टैंक का उपयोग होता है।

रेडिएटर एंड फैन (Radiator And Fan)

जैसा कि अभी आपको बताया था जब इंजन ज्यादा समय तक चलता है तो इंजन गर्म हो जाता है तो कूलेंट से उसकी ठंडा किया जाता है, जिसके कारण कूलेंट भी बहुत गर्म हो जाता है। तो कूलेंट को फैन और रेडियेटर की मदद ठंडा किया जाता है।

कंट्रोल पैनल (Control Panel)

कंट्रोल पैनल की सहायता से हम डीजल जनरेटर को बन्द या चालू कर सकते हैं। इसमें एक डिस्प्ले होता है, जिसमें हम DG का वोल्टेज, फ्रीक्वेंसी, एम्पेयर आदि सभी डेटा देख सकते हैं।

एयर फिल्टर (Air Filter)

डीजल जनरेटर (Diesel Generator) के इंजन को चालू के लिए डीजल के साथ हवा की भी जरूरत होती है। जिसके लिए हम बाहर की हवा को उपयोग में लेते है। तो इस हवा में बहुत से डस्ट और अन्य कण भी होते हैं, तो इन्ही कणों को रोकने के लिए ही एयर फ़िल्टर का उपयोग किया जाता है।

टर्बो चार्जर (Turbo Charger)

एयर फ़िल्टर में हवा के फ़िल्टर होने के बाद टर्बो चार्जर का काम शुरू होता है, टर्बो चार्जर का काम एयर फिल्टर होने के बाद उसको इंजन में पहुँचाना होता है। साथ ही टर्बो चार्जर का काम इंजन में बनने वाली कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य गैसों को इंजन से बाहर निकालना भी होता है। टर्बो चार्जर बहुत ज्यादा स्पीड के साथ घूमता है, टर्बो चार्जर की स्पीड 1 से 1.5 लाख RPM तक होती है।

साइलेंसर (Silencer)

जब डीजल जनरेटर (Diesel Generator) चलता है तो वह बहुत ही शोर करता है, जो इंसानो और जानवरों दिनों के लिये ही खतरनाक साबित हो सकता है। तो इसी आवाज को कम करने के लिए और साथ ही डीजल जलने के बाद बचे हानिकारक भारी कणों को हवा में मिलने से बचने के लिए ही साइलेंसर का उपयोग होता है।

कपलिंग (Coupling)

इंजन और अल्टरनेटर को आपस मे जोड़ने के लिए कपलिंग का उपयोग होता है। जब इंजन घूमता है, तो साथ मे अल्टरनेटर को घुमाने के लिए इंजन और अल्टरनेटर कपलिंग द्वारा ही जोड़ा जाता है।

अल्टरनेटर (Alternator)

इलेक्ट्रिसिटी को बनाने के लिए अल्टरनेटर का उपयोग होता है। डीजल जनरेटर (Diesel Generator) में लगाया जाने वाला अल्टरनेटर ब्रशलैस अल्टरनेटर होता है।

ऑटोमेटिक वोल्टेज रेगुलेटर (AVR)

इसका उपयोग डीजल जनरेटर (Diesel Generator) के वोल्टेज को रेगुलेट करने के लिए होता है जब डीजल जनरेटर (Diesel Generator) का वोल्टेज कम या ज्यादा हो जाता है तो यह उस मेहसूस करके डीजल जनरेटर (Diesel Generator) की स्पीड को कंट्रोल करता है जिससे डीजल जनरेटर (Diesel Generator) की आउटपुट वोल्टेज सही हो जाती है।

एक्साइटर (Exciter)

यह डीजल जनरेटर (Diesel Generator) में AVR से मिलने वाले इनपुट के अनुसार वोल्टेज को सही रखने में मदद करता है।

बैटरी।(Battery)

डीजल जनरेटर (Diesel Generator) के अंदर 12V & 24V की बैटरी लगी होती ये वोल्टेज डीजल जनरेटर (Diesel Generator) की रेटिंग पे निर्भर करता है अगर डीजल जनरेटर (Diesel Generator) की रेटिंग कम गई तो डीजल जनरेटर (Diesel Generator) में एक ही बैटरी का इस्तेमाल होता है, और डीजल जनरेटर (Diesel Generator) की रेटिंग ज्यादा है तो इसके लिए 24V के सेल्फ सिस्टम की जरूरत होगी तो ऐसे में 2 बैटरी की जरूरत होगी है।

ये भी पढ़ें:-

क्रैंक मोटर/स्टार्टर मोटर (Cranking motor/Starter Motor)

जब डीजल जनरेटर (Diesel Generator) चालू किया जाता है, तो उसे 90% तक स्पीड देने के लिए क्रैंकिंग मोटर का इस्तेमाल होता है। यह डीजल जनरेटर (Diesel Generator) चालू होने के बाद अपने आप बंद हो जाती है। इसका काम बैटरी की मदद से इंजन को ऑटोमेटिक स्टार्ट करना होता है। जिसको हम सेल्फ के नाम से भी जानते हैं।

गवर्नर (Governor)

अल्टरनेटर को घुमाने और 230/440 वाल्ट बनाने के लिए के लिए इंजन के रोटर की स्पीड लगभग 1500 RPM होना जरूरी है। जब डीजल जनरेटर (Diesel Generator) की स्पीड कम या ज्यादा होती हैं, तो स्पीड को मेंटेन करने के लिए Governor का ही उपयोग होता है।

फ्लाईव्हील (Flywheel)

जब डीजल जनरेटर (Diesel Generator) 1500 Rpm पर घूमता है। तो अचानक से स्पीड बहुत कम या ज्यादा ना हो, इसके लिए ही फ्लाईव्हील का उपयोग होता है। स्पीड अचानक से बहुत कम ही जाए तो अल्टरनेटर फैल हो सकता है और अगर स्पीड अचानक बहुत ज्यादा हो जाये तो अल्टरनेटर फैल होने के साथ साथ डीजल जनरेटर (Diesel Generator) भी कंट्रोल से बाहर हो सकता है।

सर्किट ब्रेकर (Circuit Breaker)

सर्किट ब्रेकर डीजल जनरेटर (Diesel Generator) की आउटपुट वोल्टेज को कंट्रोल करता है। अगर कभी गलती से या किसी भी कारण डीजल जनरेटर (Diesel Generator) के अंदर कोई शॉट सर्किट या किसी भी प्रकार का कोई इलेक्ट्रिकल फाल्ट आ जाये तो ये सर्किट ब्रेकर ऑटोमैटिक ट्रिप होके डीजल जनरेटर (Diesel Generator) की आउटपुट से जुड़े उपकरणों को सुरक्षा देता है।

तो उम्मीद है आपके डीजल जनरेटर (Diesel Generator) से जुड़े कई सवालो के जवाब मिल गए होंगे। और dg parts name in hindi, dg parts and function in hindi, dg part name, dg kya hota hai, diesel generator pdf in hindi, dg kya hota hai, dg parts name, dg set working principle in hindi, diesel generator in hindi, dg working principle in hindi, डीजल जनरेटर क्या है, जनरेटर के बारे में जानकारी, diesel generator parts name list, से जुड़ी पोस्ट आपको पसंद आई होगी

अगर आपके इंजीनियरिंग से जुड़ा कोई सवाल है, तो आप हमे कमेन्ट करके बता सकते हैं। इलेक्ट्रिकल हेल्प (Electrical Help) से जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। अगर आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से जुड़ी वीडियो हिन्दी मे देखना चाहते हैं, तो हमारे YouTube Channel इलेक्ट्रिकल हेल्प को जरूर सब्सक्राइब करे।

Download Free PDF 👇

डीजी क्या होता है? (What is DG?)

जैसा कि इसके नाम से ही पता लगता डीजल जनरेटर (Diesel Generator) ऐसा उपकरण है जो डीज़ल के इंजन और जनरेटर/आल्टरनेटर को मिलाकर बनाया है। इसीलिए इसका नाम भी दोनों को जोड़ के डीजल जनरेटर (Diesel Generator) रखा गया है।

कूलिंग आधारित DG

कूलिंग आधारित DG 2 प्रकार के होते है:-
1. एयर कूलड DG
2. वाटर कूलड DG

टर्बो चार्जर क्या होता है?

टर्बो चार्जर का काम एयर फिल्टर होने के बाद उसको इंजन में पहुँचाना होता है। साथ ही टर्बो चार्जर का काम इंजन में बनने वाली कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य गैसों को इंजन से बाहर निकालना भी होता है। टर्बो चार्जर बहुत ज्यादा स्पीड के साथ घूमता है, टर्बो चार्जर की स्पीड 1 से 1.5 लाख RPM तक होती है।

Electrical Operation and Maintenance (English Edition)

Data Centers, BMS & Electrical Engg (English)

Electrician and MST Fresher Basic Interview eBook

All Type Electrical Motor Starters eBook

👇Click Below👇

👉📖Electrician and MST Fresher Basic Interview eBook📖👈

4/5 - (16 votes)
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

14 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img

Most Popular

फ्री में इलेक्ट्रिकल ग्रुप में शामिल होने के लिए नीचे अपनी जानकारी दर्ज करें।
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now
इलेक्ट्रिकल की जानकारी सबसे पहले और फ्री में जानने के लिए निचे दिए गए ग्रुप जॉइन करें.