Tap changer एक ऐसे उपकरण है जो Primary Winding और Secondary Winding के Turn Ratio को बदलकर Secondary Winding पे मिलने वाली आउटपुट वोल्टेज को बढ़ा या घटा सकते है। Tap changer को ट्रांसफार्मर की High Voltage की तरफ यानी Primary Winding पे लगाया जाता है क्योंकि ट्रांसफार्मर की Primary Winding पे करंट Secondary Winding के मुकाबले कम होता है। Tap changer को दो Winding वाले ट्रांसफार्मर पे ही लगाया जाता है, एक Winding वाले ट्रांसफार्मर यानी Auto Transformer पे इसके नही लगा सकते। जब आप Tap changer की सहायता से ट्रांसफार्मर की Winding के Turn Ratio को बदलते हैं तब ट्रांसफार्मर की आउटपुट वोल्टेज में परिवर्तन आता है। Tap changer मे कुल 17 Tap होते हैं
Tap Changers के प्रकार :-
Tap Changer दो प्रकार के होते हैं।
On-Load Tap Changer (OLTC)
On-Load Tap Changer जिसको हम OLTC के नाम से भी जानते हैं। इसकी मुख्य विशेषता यह है कि Tap Change करते समय लोड को ट्रांसफार्मर की आउटपुट से डिसकनेक्ट नही किया जाता। इसका मतलब है कि On-Load Tap Changer यानी OLTC में जब Tap Change लोड का संचालन नही रुकता। लोड की मांग के अनुसार जरूरी वोल्टेज देने के लिए हर दिन कई बार Tap Change करना महत्वपूर्ण होता है।
बिजली की यह मांग आपको Off-Load/No-load Tap Changer के द्वारा Tap Change करने से रोकती है क्योंकि इसके लिए ट्रांसफार्मर की आउटपुट से लोड को डिस्कनेक्ट करना पड़ता है। इसलिए, ज्यादातर बिजली के ट्रांसफार्मर में On-Load Tap Changer यानी OLTC को ही इस्तेमाल किया जाता है।
Tap Changing ट्रांसफार्मर में एक टैप बदलने के दौरान करंट को सीमित करने के लिए अलग अलग प्रकार के impedance circuit का उपयोग किया जाता है। इस्तेमाल होने वाला impedance circuit, resistor या reactor प्रकार का हो सकता है, और impedance circuit द्वारा, टैप चेंजर को resistor और reactor के रूप में बांटा जा सकता है। आजकल resistors का उपयोग करके करंट के बहने की क्षमता को सीमित किया जाता है।
Tap Changer Internal Parts |
Tap Changing के समय निम्नलिखित दो काम करने जरूरी हैं।
- Tap Changing के दौरान सर्किट में Arc बनने और Tap Changer के कॉन्टैक्ट को खराब होने से बचना चाहिए।
- Tap Change करते समय, winding का कोई भी हिस्सा short circuited नहीं होना चाहिए
Off-Load/No-load Tap Changer (NLTC)
यदि आपको वोल्टेज में जल्दी जल्दी परिवर्तन करना पड़ता है तो आपको ट्रांसफार्मर पर Off-Load/No-load Tap Changer (NLTC) लगाना होगा। Off-Load/No-load Tap Changer (NLTC) में Tap Change करने के लिए ट्रांसफार्मर को पूरी तरह से सर्किट से अलग करना पड़ता है, यानी ट्रांसफॉर्मर के आउटपुट सर्किट ब्रेकर को बंद करना पड़ता है। आम तौर पर Off-Load/No-load Tap Changer (NLTC) को distribution transformer पर लगाया जाता है।
जब ट्रांसफॉर्मर ऑफ-लोड या नो-लोड की स्थिति में होता है, तब टैप बदलने का काम किया जा सकता है। dry-type transformer में Cooling मुख्य रूप से प्राकृतिक हवा से ही होती है। On-Load Tap Change करते समय अर्च तो रोकने के लिए तेल का इस्तेमाल किया जाता है, वही ऑफ-लोड टैप चेंज करते समय ट्रांसफॉर्मर से लोड को हटा दिया जाता है तो अर्च बनती ही नही है।
Off-Load/No-load Tap Changer (NLTC) का ज्यादातर इस्तेमाल वहां किया जाता है जहां वोल्टेज को कम या ज्यादा करने की जरूरत बहुत कम पड़ती है, और ट्रांसफार्मर में डी-एनर्जाइजिंग की अनुमति होती है, यानी पावर कट हो तो वह कोई परेशानी नही होती वहाँ Off-Load/No-load Tap Changer (NLTC) का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ जगहों पे, टैप चेंजिंग रोटरी या स्लाइडर स्विच के साथ किया जाता है, मुख्य रूप से सौर ऊर्जा परियोजनाओं में इसका इस्तेमाल होता है।
Off-Load Tap Changers का उपयोग हाई वोल्टेज ट्रांसफार्मर में भी किया जाता है। इस तरह के ट्रांसफॉर्मर सिस्टम में Primary Winding पर नो-लोड टैप चेंजर लगाया जाता है। यह टैप चेंजर बहुत ही कम यानी नाममात्र भी वोल्टेज में बदलाव करने में मदद करता है।
Tap changer का चुनाव करते समय यह आवश्यक है कि आप अपनी जरूरतों के आधार पर सही प्रकार के Tap changer का चयन करें।
ये भी पढ़ें :-
इलेक्ट्रिकल ट्रांसफॉर्मर के प्रकार | Types of Electrical Transformers
What is safety? Safety and engineering interview questions Part -1
Solar Panel Installation Procedure, Calculation Step by Step in Hindi
Follow Us On Below Links
YouTube Facebook Email Telegram
—————————————————————–
25/32mva transformar ki tap kitne number par honi chahiye jo11kv side 10=500voltag se lekar 11.700tak volt Lt side 200.220 volt aaye
avg, ya default tap 11 hota hai. so tap ko 11 pe rakho. agar 11 pe rakhne se kam ya jyada voltge milti hai to fir tap ko aage ya pichhe kar sakte ho